Dharmasthala Mass Burial Case: SIT ने शिकायतकर्ता को किया गिरफ्तार, 10 दिन की कस्टडी

धर्मस्थल मास बरीअल केस में SIT ने बड़ा कदम उठाते हुए शिकायतकर्ता को परजूरी (झूठी गवाही) के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। जांच में खुलासा हुआ कि उसने जो सबूत पेश किए थे, वे गलत थे। कोर्ट ने उसे 10 दिन की कस्टडी में भेज दिया है, जबकि SIT अब पूरे मामले की गहन जांच कर रही है।

Suraj Kumar
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धर्मस्थला मास बरीअल केस में लंबे समय से चल रही जांच के बाद शुक्रवार (22 August 2025) को बड़ा अपडेट सामने आया। जांच कर रही Special Investigation Team (SIT) ने शिकायतकर्ता, जो 50 साल के sanitation worker हैं, को गिरफ्तार कर लिया। यह कदम तब उठाया गया जब उन्हें Witness Protection Scheme के तहत मिली सुरक्षा वापस ले ली गई।

Perjury के आरोप में गिरफ्तारी

SIT सूत्रों के मुताबिक, शिकायतकर्ता को perjury (झूठी गवाही) देने के आरोप में पकड़ा गया है। 11 July को Belthangady के Magistrate के सामने दिए गए बयान में उन्होंने एक skull और कुछ bones पेश की थीं और दावा किया था कि यह एक महिला की हैं, जिसका sexual assault हुआ था।
हालांकि, SIT की forensic जांच में खुलासा हुआ कि ये skeletal remains एक पुरुष के थे, जिसके बाद शिकायतकर्ता के खिलाफ परजूरी का मामला दर्ज किया गया।

कोर्ट में पेशी और SIT की कस्टडी

शनिवार (23 August 2025) सुबह शिकायतकर्ता को गिरफ्तार कर Belthangady की Jurisdictional Court में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 3 September 2025 तक SIT की 10 दिन की कस्टडी में भेज दिया है।

गहन पूछताछ और अन्य गवाहों से सवाल

शुक्रवार सुबह से SIT की टीम शिकायतकर्ता से पूछताछ कर रही थी। इसके अलावा, टीम ने 1995 से 2014 के बीच उनके साथ काम करने वाले अन्य workers से भी सवाल-जवाब किए।
जांच के दौरान healthcare personnel से भी पूछताछ की गई, जिनमें Mahabalesh Shetty, Head of Department of Forensic Science, K.S. Hegde Medical College शामिल हैं। उन्होंने उस समय करीब 70 decomposed bodies का postmortem किया था, जिन्हें Dharmasthala के Banglagudde इलाके में पुलिस की मौजूदगी में दफनाया गया था।

शिकायत और SIT की जांच

2 July को Kollegal निवासी शिकायतकर्ता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने 1995 से 2014 के बीच 100 से ज्यादा bodies, जिनमें sexual assault और murder victims भी शामिल थे, दबाव में आकर दफनाई थीं।
11 July को उन्होंने Magistrate Court में Section 183 of Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita (BNSS) के तहत voluntary statement दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने skeletal remains को जब्त कर brain mapping और narco analysis के लिए कोर्ट में अर्जी दी।

राज्य सरकार ने 19 July को SIT का गठन किया और जांच की जिम्मेदारी DGP Pronab Mohanty को सौंपी। SIT ने Banglagudde और Bahubali Gudda इलाके में 17 sites पर खुदाई की। Site No. 13 पर ground penetrating radar से खुदाई की गई, जबकि Site No. 6 पर आंशिक रूप से एक male skeleton और Site No. 14 के पास जमीन के ऊपर से एक male skeleton, जिसकी मौत suicide मानी जा रही है, बरामद हुआ।

Home Minister का बयान

Bengaluru में पत्रकारों से बातचीत करते हुए Home Minister G. Parameshwara ने गिरफ्तारी की पुष्टि की। हालांकि, उन्होंने अधिक जानकारी देने से इनकार किया और कहा कि “पूरी जांच SIT के हाथ में है और सच्चाई सामने लाना ही उनका उद्देश्य है।”

Sujatha Bhat को सुरक्षा

इस बीच, SIT ने Banashankari (Bengaluru) में रहने वाली Sujatha Bhat को सुरक्षा दी है। Sujatha ने दावा किया था कि उनकी बेटी Dharmasthala में लापता हो गई थी, लेकिन 22 August को उन्होंने अपना बयान बदलते हुए कहा कि अब वे SIT को पूरी सच्चाई बताएंगी।

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