ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच क्वींसलैंड में खेले जा रहे दूसरे वनडे (2nd ODI) में कप्तान Temba Bavuma की जगह Tony De Zorzi को प्लेइंग XI में शामिल किया गया। Bavuma हैमस्ट्रिंग इंजरी की वजह से यह मैच नहीं खेल पाए, जो उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ WTC फाइनल के दौरान लगी थी। इसी कारण टीम मैनेजमेंट ने उन्हें आराम देने का फैसला किया।
एक और मौका, लेकिन फिर भी फ्लॉप
इस मौके को भुनाकर ओपनिंग स्लॉट में अपनी जगह पक्की करने का मौका Zorzi के पास था, लेकिन एक बार फिर उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। पिछले साल से ही खराब फॉर्म से जूझ रहे Zorzi इस मैच में सिर्फ 38 रन बनाकर Adam Zampa का शिकार हो गए। उन्होंने Matthew Breetzke के साथ साझेदारी की, लेकिन उसे बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे।
अब तक लगातार 10 वनडे पारियों में वह 50 रन का आंकड़ा पार नहीं कर पाए हैं, जिससे टीम में उनकी जगह को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
Quinton de Kock का विकल्प बनने का सपना फीका
मार्च 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने के बाद Zorzi को भविष्य में Quinton de Kock का परफेक्ट रिप्लेसमेंट माना जा रहा था। भारत के खिलाफ वनडे सीरीज़ में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए Gqeberha में पहला शतक जड़ा था, और इसके बाद Paarl में खेले दूसरे वनडे में 81 रन बनाए थे।
लेकिन उसके बाद लगभग 10 महीने के लंबे अंतराल के बाद जब साउथ अफ्रीका ने अगली वनडे सीरीज़ खेली, तब से अब तक Zorzi की बैटिंग में गिरावट साफ दिख रही है। पिछली 10 पारियों में उनका सबसे बड़ा स्कोर सिर्फ 38 रन ही रहा है।
2027 वर्ल्ड कप की तैयारी, Zorzi पर बढ़ा दबाव
अब जबकि Ryan Rickleton और Matthew Breetzke को 2027 ODI वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिए बतौर ओपनर देखा जा रहा है, Zorzi के पास खुद को साबित करने के मौके कम होते जा रहे हैं। अगर उन्हें अगली बार प्लेइंग XI में जगह मिलती है, तो दबाव होगा कि वह अपनी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील करें और टीम मैनेजमेंट का भरोसा जीतें।