पुणे और पिंपरी-चिंचवड में मूसलाधार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। देर रात हुई भारी बारिश के बाद कई इलाकों में पानी भर गया और सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना पड़ा। राहत और बचाव कार्य पूरी रात चलता रहा और बुधवार सुबह तक भी जारी रहा।
पिंपरी-चिंचवड में कई मोहल्लों से लोगों की निकासी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिंपरी-चिंचवड के पिंपले निलाख स्थित पंचशील नगर से 25 लोगों को पास के स्कूल में शिफ्ट किया गया। वहीं पिंपले गुरव के लक्ष्मीनगर से 45 लोग और पिंपरी के संजय गांधी नगर से छह लोगों को कमला नेहरू स्कूल ले जाया गया।
इसके अलावा, जाधव घाट से भी लोगों की निकासी शुरू की गई, जबकि बोपखेल के रामनगर से 40 लोगों को नगरपालिका स्कूल में शरण दिलाई गई।
एक अधिकारी ने बताया कि सभी जोनल ऑफिसर और पुलिस मिलकर लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। “रातभर पीसीएमसी कंट्रोल रूम की निगरानी कार्यकारी अभियंता सुनील पवार और पांच अन्य अधिकारी कर रहे हैं,” उन्होंने बताया।
स्कूल बंद करने पर फैसला अभी नहीं
पीसीएमसी कमिश्नर शेखर सिंह ने कहा कि अभी तक स्कूल बंद करने को लेकर कोई आदेश नहीं मिला है और न ही ऐसा कोई निर्णय लिया गया है।
बांध से छोड़ा गया पानी, खतरा और बढ़ा
सिचाई विभाग ने मंगलवार रात पावना बांध से 15,570 क्यूसेक और मुलशी बांध से 25,400 क्यूसेक पानी छोड़ा। उधर, पुणे शहर में खड़कवासला बांध से 35,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद हालत और गंभीर हो गए।
सिंहगड रोड के एकता नगर इलाके में पानी घुस गया, जिससे कई लोग घरों में फंस गए। हालांकि पुणे नगर निगम (PMC) ने पास के स्कूल में अस्थायी शेल्टर बनाया था, लेकिन कई लोगों ने घर छोड़ने से इनकार कर दिया।
आईएमडी का रेड अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार के लिए पुणे जिले के घाट इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने गुरुवार तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।
आधी रात को पहुंचे कमिश्नर
पीएमसी कमिश्नर नवल किशोर राम खुद आधी रात को एकता नगर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा, “निचले इलाकों और नालों के पास पहले से ही इंतजाम किए गए थे। टीम लगातार मैदान में मौजूद है ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।”